राहु ग्रह की शुभता प्राप्त करने हेतु अचुक, जबरदस्त , रामबाण उपाय

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No.1: ग्रहों से संबंधित जिन शब्दों का प्रयोग किया गया है (विशेष रूप से राहु-केतु के लिए)

  1. छाया ग्रह
  2. द्वारपाल
  3. भगवान शिव के द्वारपाल
  4. फिजिकल एग्जिस्टेंस नहीं
  5. शक, वहम के कारक
  6. ईगो (घमंड)
  7. तीर्थ यात्रा से शुद्धता
  8. नवग्रह की शुभता
  9. गारंटेड रेमेडी
  10. छाया रूपेण संस्थिता (माता दुर्गा के लिए)
  11. गणेश जी का सर
  12. राहु – सरस्वती की पूजा से शुभ
  13. केतु – गणपति की पूजा से शुभ
  14. राहु-शनि-केतु
  15. पक्षियों का भंडारा
  16. चींटी – आत्मा युक्त प्राणी
  17. सबसे छोटा प्राणी भी आत्मा युक्त

No.2: राहु-केतु की शुभता प्राप्त करने हेतु वैदिक/शास्त्रीय उपाय (विस्तार से)

  1. भगवान शिव की साधना करें

    • राहु और केतु शिव के द्वारपाल हैं, इसलिए शिव की पूजा से इनका अनुकूल फल प्राप्त होता है।
  2. तीर्थ यात्रा करें (वर्ष में दो बार)

    • गंगा स्नान जैसे पवित्र तीर्थों में स्नान करना शुभ फल देता है।
    • तीर्थ यात्रा से लौटकर वहां से पवित्र जल और पवित्र मिट्टी लेकर आएं।
  3. घर में पवित्र पौधा लगाएं

    • तीर्थ से लाई मिट्टी में तुलसी या अन्य पवित्र पौधा बालकनी या आंगन में लगाएं।
    • उसकी सेवा करें — इससे नवग्रहों की शांति होती है।
  4. तुलसी सेवा (डेली रूटीन)

    • प्रतिदिन तुलसी को जल दें और संध्या को घी का दीपक जलाएं (रविवार छोड़कर)।
  5. माता दुर्गा की पूजा करें

    • दुर्गा सप्तशती में “या देवी सर्वभूतेषु छाया रूपेण संस्थिता” मंत्र से छाया ग्रहों (राहु-केतु) को प्रसन्न किया जा सकता है।
  6. गणपति आराधना (केतु के लिए)

    • गणेश जी का सिर भी कट चुका था, अतः केतु (जिसका सिर नहीं है) की शुभता के लिए गणपति पूजन अत्यंत फलदायक है।
  7. सरस्वती पूजा (राहु के लिए)

    • सरस्वती माता की पूजा करने से राहु का दोष शांत होता है और बुद्धि शुद्ध होती है।
  8. निम्न वर्ग (सफाई कर्मचारी, गरीब) का सम्मान करें

    • सफाई कर्मचारी को घर से निकलते वक्त कुछ पैसे दें — दिन शुभ रहेगा और राहु-केतु की कृपा मिलेगी।
  9. पक्षियों का भंडारा करें

    • पक्षियों को दाना डालना — इससे हजारों आत्माओं को अन्न मिलता है, राहु-शनि-केतु प्रसन्न होते हैं।
  10. चींटियों को आटा-शक्कर देना

  • महीने में 1-2 किलो आटा और शक्कर से हजार आत्माओं की सेवा होती है।
  • बहुत कम पैसे में अत्यधिक पुण्य फल और ग्रहों की कृपा प्राप्त होती है।


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