शनि ग्रह की शुभता प्राप्त करने हेतु अचुक, जबरदस्त , रामबाण उपाय

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No. 1: इस कंटेंट में प्रयोग हुए ग्रह संबंधित शब्दों की सूची

(यहाँ उन सभी शब्दों को निकाला गया है जो किसी ग्रह का नाम या उस ग्रह से जुड़े विशेषण/उपाधियाँ हैं)

  1. शनि
  2. सूर्य (सूरज)
  3. यमराज
  4. ब्रह्मा
  5. चित्रगुप्त
  6. राहु (मेघनाद का संदर्भ)
  7. भगवान शिव
  8. भगवान कृष्ण
  9. हनुमान जी
  10. नवग्रह (सामूहिक रूप में)
  11. काल पुरुष
  12. कर्म के देवता
  13. न्याय के देवता
  14. सेवक ग्रह
  15. आयु के कारक
  16. दीर्घायु के कारक
  17. मेहनत के कारक
  18. साढ़ेसाती
  19. ढैया
  20. महादशा
  21. अंतर्दशा
  22. प्रत्यंतर दशा

No. 2: शनि ग्रह की शुभता प्राप्त करने हेतु बताए गए वैदिक उपाय (विस्तार से)

  1. पवित्र कर्म और आचरण

    • शनि को कर्म का देवता कहा गया है। इसलिए अपने कर्म को पवित्र, निष्कलंक और न्यायसंगत बनाए रखना सबसे प्रमुख उपाय है।
    • मेहनत और अनुशासन में रहना, आलस्य और प्रमाद से दूर रहना जरूरी है।
    • अपने अधीनस्थ, गरीब, सेवक वर्ग से अच्छा व्यवहार करना चाहिए।
  2. सूर्योदय से पहले जागना और मेहनत करना

    • शनि मेहनत के कारक हैं, इसलिए दिन की शुरुआत जल्दी करें और काम में लग जाएं।
  3. समाज के निम्न तबके के लोगों की सेवा करना

    • विशेषकर श्रमिक, नौकर, सफाईकर्मी, वृद्ध, रोगी आदि की सेवा और सम्मान करें।
  4. भगवान श्रीकृष्ण की आराधना

    • शनि के आराध्य श्रीकृष्ण हैं।
    • मंत्र: "ॐ क्लीं कृष्णाय नमः"
    • इस मंत्र का जाप करने से शनि की कृपा प्राप्त होती है।
  5. भगवान शिव की उपासना

    • शिव शनि के गुरु हैं।
    • मंत्र: "ॐ नमः शिवाय"
    • शिव का ध्यान, अभिषेक, शिवलिंग पर जल चढ़ाना आदि लाभकारी उपाय हैं।
  6. हनुमान जी की साधना

    • हनुमान जी को शनिदेव ने वचन दिया है कि उनके भक्त को शनि पीड़ा नहीं देंगे।
    • हनुमान चालीसा का नित्य पाठ, विशेषकर सात बार प्रतिदिन, करना अत्यंत शुभ होता है।
    • इससे न केवल शनि बल्कि सभी नवग्रह शांत होते हैं।
  7. ध्यान (Meditation) और संयम

    • नियमित ध्यान, आत्मचिंतन और संयम से जीवनशैली को शुद्ध रखना चाहिए।


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