"Karma + Grah = आपके जीवन का Blueprint: Kya आपकी परेशानियों की जड़ आपके ही पूर्वजन्म के कर्म हैं?"
(Decode your Past Karma through Grahon ki positions aur paayein Right Remedies to change your Present Reality)
भूमिका:
कभी आपने सोचा है कि जीवन में जो कठिनाइयाँ आ रही हैं – Health, Relationship, Career या Paisa – वो अचानक क्यों आती हैं? क्या ये सिर्फ संयोग है, या आपके ही पूर्वजन्म के कर्मों का परिणाम?
कर्म – सिर्फ भूतकाल नहीं, वर्तमान का बीज है
हर कर्म जो हमने पूर्वजन्म में किया, वो ब्रह्मांड में बीज की तरह बो दिया गया। और जब हम इस जीवन में जन्म लेते हैं, तो वो कर्म ग्रहों की स्थिति के रूप में प्रकट होते हैं।
उदाहरण के लिए, अगर आपने किसी को दुख पहुँचाया हो, गुस्से में आकर किसी के काम बिगाड़े हों, तो मंगल ग्रह इस जन्म में पीड़ित होगा अगर रिश्तों को आपने तोड़ा हो, अपनी पत्नी बहन हुआ बेटी के साथ रिश्तो धोखा तो शुक्र आपकी कुंडली में नीचे का वक्री या कष्ट के स्थान पर बैठा हुआ मिलेगा यदि वाणी में कटुता की गालियां देते हो– तो बुध ग्रह कमजोर मिलेगा
ग्रह हमारे कर्मों का आईना होते हैं
हर ग्रह हमारे किसी ना किसी कर्म का संकेतक होता है – जैसे:
सूर्य आत्मबल और अहंकार का ग्रह है, चंद्रमा भावना का। मंगल साहस और क्रोध का, बुध वाणी और समझ का। गुरु ज्ञान और धर्म का, शुक्र प्रेम और संबंधों का। शनि न्याय और श्रम का, राहु छल और लालच का, और केतु वैराग्य का प्रतीक है।
इन ग्रहों की दशा जब चलती है, तब हमारे पुराने कर्म फल देने लगते हैं। इसीलिए लोग कहते हैं – "इस समय मेरी शनि की दशा चल रही है" यानी न्याय और श्रम से जुड़े कर्मों का फल मिल रहा है।
समाधान – कर्म सुधार ही असली उपाय है
अब सवाल है – इन ग्रहों से छुटकारा कैसे मिले?उत्तर है – छुटकारा नहीं, संतुलन।
हमारे पास एक विशेष चाबी होती है – Remedies की चाबी। लेकिन ये उपाय भी भाव से जुड़ा होना चाहिए – डर से नहीं।
यदि ग्रह जल तत्व की राशि में है – तो जल में बहाने वाला उपाय करें।
यदि वह पृथ्वी तत्व की राशि में है – तो उस ग्रह से जुड़ी वस्तु को जमीन में दबाएं।
यदि वह वायु तत्व की राशि में है – तो वैदिक मंत्रों के जप करवाएं।
और अगर वह अग्नि तत्व की राशि में है – तो उस ग्रह की वस्तु से हवन करवाएं।
बीज मंत्र का जिक्र नहीं करेंगे, केवल वैदिक मंत्र आत्मिक भाव और प्रकृति के तत्वों से जुड़ा समाधान देंगे।
निष्कर्ष:
"Jo karm aapne kiya, wahi aapke grah ban gaye – aur wahi aaj aapke jeevan mein dukh-sukh la rahe hain."
लेकिन ये स्क्रिप्ट permanent नहीं है – आप Remedies से इसे Rewrite कर सकते हैं।
अगली पोस्ट में जानिए:
“Man, Grah aur Meditation: कैसे पूजा-पाठ नहीं, आत्मिक ट्यूनिंग है असली समाधान?”आत्मिक समाधान – मन, ग्रह और ध्यान का रहस्य