🌕 चंद्रमा से शनि की स्थिति अनुसार भावानुसार परिणाम (1 से 6 भाव तक)
🩵 1️⃣ चंद्रमा से प्रथम भाव में शनि (MoonSat_1)
🪐 स्वभाव और जीवनदृष्टि
गंभीर, जिम्मेदार और आत्मनियंत्रित व्यक्ति। अंदर से संवेदनशील, पर बाहर से कठोर।
🔮 प्रमुख प्रभाव
- जीवन में देर से सफलता।
- अंदर से उदासी या अकेलापन।
- बचपन में जिम्मेदारियाँ अधिक।
🕉 उपाय
शनि देव की आराधना, काले तिल दान, शिव पंचाक्षरी “ॐ नमः शिवाय” का जप।
💙 2️⃣ चंद्रमा से द्वितीय भाव में शनि (MoonSat_2)
🪐 परिवार व वाणी पर प्रभाव
बचपन में आर्थिक कठिनाई या पारिवारिक दूरी। वाणी में कठोरता पर सत्यता होती है।
🔮 प्रमुख प्रभाव
- धन संचय धीरे-धीरे।
- परिवार में जिम्मेदार सदस्य।
- कठिनाइयों से वाणी पर नियंत्रण।
🕉 उपाय
शनिवार को तिल का तेल दान, गाय को चारा, शिवलिंग पर दूध अर्पण।
💜 3️⃣ चंद्रमा से तृतीय भाव में शनि (MoonSat_3)
🪐 साहस व प्रयास का ग्रहफल
धीरे-धीरे प्रयास से विजय पाने वाला व्यक्ति। भाई-बहन से दूरी या कम संपर्क।
🔮 प्रमुख प्रभाव
- कर्मठ और आत्मनिर्भर।
- यात्राओं में विलंब या संघर्ष।
- लेखन, वक्तृत्व, या तकनीकी क्षेत्र में सफलता।
🕉 उपाय
शनिवार को लोहे का दान, हनुमान चालीसा का पाठ, पिता या भाई की सेवा।
💚 4️⃣ चंद्रमा से चतुर्थ भाव में शनि (MoonSat_4)
🪐 गृहस्थ जीवन व मानसिक शांति
घर या वाहन संबंधी सुख में देरी। माता से दूरी या अलग स्वभाव।
🔮 प्रमुख प्रभाव
- घर बदलने की प्रवृत्ति।
- शांति की खोज — ध्यान और मौन प्रिय।
- कभी-कभी भावनात्मक एकांत।
🕉 उपाय
माता-पिता की सेवा, पीपल वृक्ष पूजन, चावल या दूध का दान।
🧡 5️⃣ चंद्रमा से पंचम भाव में शनि (MoonSat_5)
🪐 बुद्धि और संतान भाव
सोचने-समझने में गहराई, लेकिन निर्णय में देरी। प्रेम में दूरी या गंभीरता।
🔮 प्रमुख प्रभाव
- अध्ययन में विलंब पर अंततः उत्कृष्ट सफलता।
- संतान या प्रेम में जिम्मेदारी का भाव।
- कर्म से भाग्य निर्माण।
🕉 उपाय
गायत्री मंत्र का जप, गुरु सेवा, काले तिल और घी का दीपक।
💛 6️⃣ चंद्रमा से षष्ठ भाव में शनि (MoonSat_6)
🪐 संघर्ष और स्वास्थ्य भाव
जीवन में शत्रुओं पर धीरे-धीरे विजय। स्वास्थ्य व मानसिक दबाव से परीक्षा।
🔮 प्रमुख प्रभाव
- कर्मठता और निरंतर प्रयास से जीत।
- कर्ज या मुकदमों में देरी से सफलता।
- श्रमशीलता ही सबसे बड़ी साधना।
🕉 उपाय
हनुमान जी की उपासना, काले तिल दान, शनिवार को दीपक जलाएं।
🌕 चंद्रमा से शनि की स्थिति अनुसार भावानुसार परिणाम (7 से 12 भाव तक)
❤️ 7️⃣ चंद्रमा से सप्तम भाव में शनि (MoonSat_7)
🪐 विवाह, साझेदारी और जनसंपर्क भाव
विवाह या साझेदारी में दूरी, असंतुलन या देर से सफलता। व्यक्ति को सच्चा साथी देर से मिलता है।
🔮 प्रमुख प्रभाव
- जीवनसाथी का स्वास्थ्य कमजोर हो सकता है।
- साझेदारी या व्यापार में अवरोध।
- देर से समझ आने वाला वैवाहिक सबक।
- कभी-कभी गलत कार्य क्षेत्र का चुनाव, बाद में परिवर्तन।
🕉 उपाय
भगवान विष्णु की आराधना, नारायण कवच पाठ, विष्णु मंदिर में दीपदान।
🖤 8️⃣ चंद्रमा से अष्टम भाव में शनि (MoonSat_8)
🪐 गूढ़ता, मृत्यु, और पुनर्जन्म भाव
गहन संघर्ष, मानसिक दबाव और अनचाही परीक्षाएँ। व्यक्ति भीतर से बेहद मजबूत बनता है।
🔮 प्रमुख प्रभाव
- अचानक संकट, लेकिन अद्भुत पुनर्निर्माण क्षमता।
- आध्यात्मिकता की ओर झुकाव।
- जीवन में आत्मविश्वास की परीक्षा।
- धैर्य टूटने की स्थिति — परंतु अंततः पुनर्जन्म जैसी प्रगति।
🕉 उपाय
पंचमुखी हनुमान जी की आराधना, “श्री राम जय राम जय जय राम” मंत्र जप।
💙 9️⃣ चंद्रमा से नवम भाव में शनि (MoonSat_9)
🪐 भाग्य, धर्म और गुरु का भाव
भाग्य में विलंब परंतु स्थायी उन्नति। धर्म से जुड़ने पर जीवन में परिवर्तन।
🔮 प्रमुख प्रभाव
- पिता या गुरु से दूरी या मतभेद।
- अपने कर्म से भाग्य निर्माण की क्षमता।
- शनि यहाँ धर्मभावी बनाते हैं।
- धीरे-धीरे प्रगति और स्थिर सफलता।
🕉 उपाय
धर्म से जुड़े रहना, कुलदेवी-देवता की पूजा, शिव मंदिर या तीर्थ यात्रा।
💚 🔟 चंद्रमा से दशम भाव में शनि (MoonSat_10)
🪐 कर्म और पेशे का भाव
कर्मक्षेत्र में निरंतर परीक्षा, परंतु जब सफलता मिलती है तो स्थायी और सम्मानजनक होती है।
🔮 प्रमुख प्रभाव
- बहुत मेहनती और जिम्मेदार स्वभाव।
- सरकारी या प्रशासनिक सेवा की संभावना।
- राजनीति या सामाजिक कार्य में प्रतिष्ठा।
- धीरे पर स्थायी सफलता।
🕉 उपाय
शनि स्तोत्र, हनुमान चालीसा, शिव पंचाक्षरी “ॐ नमः शिवाय” का नियमित जप।
💜 11️⃣ चंद्रमा से एकादश भाव में शनि (MoonSat_11)
🪐 लाभ, मित्रता और इच्छाओं की पूर्ति का भाव
धीमी पर स्थायी प्रगति। धन धीरे-धीरे बढ़ता है, पर स्थायित्व रहता है।
🔮 प्रमुख प्रभाव
- धन का अनुशासित संचय।
- पैसे से पैसा बनाने की कला।
- मानसिक दबाव या ओवरथिंकिंग।
- धीरे-धीरे स्थायी समृद्धि।
🕉 उपाय
विष्णु सहस्त्रनाम पाठ, मां दुर्गा की पूजा, शिव उपासना व ध्यान।
🤍 12️⃣ चंद्रमा से द्वादश भाव में शनि (MoonSat_12)
🪐 व्यय, मोक्ष और परोपकार भाव
जीवन में अनिश्चितता, त्याग और आध्यात्मिक जागृति। दूसरों के दुखों में संवेदना।
🔮 प्रमुख प्रभाव
- धन टिकने में कठिनाई।
- दूसरों के प्रति अत्यधिक दया या करुणा।
- त्याग और मोक्ष की प्रवृत्ति।
- अचानक घटनाएँ जीवन मोड़ देती हैं।
🕉 उपाय
कुलदेवी-देवता की आराधना, पीपल वृक्ष पूजन, गाय सेवा, दान से स्थिरता।
🕉️ समग्र सार (Overall Essence)
चंद्रमा से 7वें से 12वें भावों में शनि व्यक्ति को मानसिक, वैवाहिक, कर्मिक और आध्यात्मिक परिपक्वता की कठिन राह पर ले जाते हैं। शुरुआत में विलंब और संघर्ष, लेकिन अंत में दृढ़ता, धैर्य और आस्था ही उसकी सबसे बड़ी शक्ति बनती है।
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