भृगु चक्र पद्धति द्वारा फलित कैसे करें (Bhrigu Chakra Paddhati Prediction Method)
भृगु चक्र पद्धति से जानिए हर वर्ष की प्रमुख घटनाएं – सरल हिंदी में समझें
परिचय:
भृगु चक्र पद्धति (Bhrigu Chakra Paddhati) वैदिक ज्योतिष की एक अद्भुत तकनीक है, जिसमें कुंडली में चंद्रमा को केंद्र मानते हुए हर भाव में हर वर्ष की घटनाएं देखी जाती हैं। यह एक predictive system है जो सरल होते हुए भी गहरी भविष्यवाणी की क्षमता रखता है।
यहाँ हम 12 वर्षों की घटनाओं को भाव अनुसार देखेंगे, ताकि आप समझ सकें कि हर वर्ष किन क्षेत्रों में परिवर्तन या फल मिल सकते हैं।
भृगु चक्र के अनुसार भाव और संबंधित वर्ष:
पंचांग और प्रारंभिक तैयारी
- कुंडली बनाएं (Lagna chart / D-1 chart)
- बाईं ओर पंचांग लिखें:
- तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण
- लग्न (Ascendant), लग्नेश (Lagnesh), नक्षत्र आदि लिखें
- भावों के आधार पर जीवन की सभी घटनाएं विभाजित करें:
- स्वास्थ्य, विवाह, स्वभाव, चरित्र, भाग्य, करियर आदि
भृगु चक्र पद्धति (Bhrigu Chakra Paddhati) क्या है?
- यह टाइमिंग ऑफ इवेंट्स की सरल और प्रभावी प्रणाली है।
- जीवन के 12 भावों को 12 वर्षों से जोड़ा जाता है।
- हर जन्म दिन से अगला वर्ष एक भाव को सक्रिय करता है।
- यह चक्र 12 वर्षों में पूरा होता है, फिर से दोहराता है।
भृगु चक्र में “रनिंग ईयर” कैसे निकालें?
Example: अगर कोई व्यक्ति दिसंबर 1994 में जन्मा है और 2025 में प्रश्न पूछा जा रहा है, तो उनकी उम्र 30 है, तो 6वां भाव एक्टिवेट हो रहा है।
भाव फल और संकेत – (House wise Prediction Keywords)
Prediction Steps – कैसे फलित करें?
- पहचानें कौन सा भाव रनिंग ईयर में एक्टिवेट है?
- उस भाव में कौन-सी राशि है?
- उस राशि का स्वामी (Lord) कौन है?
- वह स्वामी किस भाव में बैठा है और वहां कैसा फल देगा?
- जरूरत पड़े तो गोचर, दृष्टि, नक्षत्र आदि जोड़ें।
उदाहरण (Real-Life Prediction Example):
ट्रेन में एक लड़की मिली जो दिसंबर 1994 में जन्मी थी। उसने मुझसे पूछा कि उसकी शादी कब होगी।
1994 से 2025 = 31 रनिंग ईयर = 7th House (Marriage House) एक्टिवेटेड है।
इससे मैंने तुरंत कहा – अगले 1 साल में शादी की संभावना बहुत अधिक है।
नोट्स / टिप्स
- हर कुंडली में पंचांग जरूर लिखें।
- हमेशा रनिंग ईयर से भाव निकालें, कम्प्लीटेड ईयर नहीं।
- भाव + स्वामी + स्वामी की स्थिति = Prediction का मूल सूत्र।
भृगु चक्र के अनुसार भाव और संबंधित वर्ष:
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पहला वर्ष – लग्न भाव (Ascendant):
इस वर्ष व्यक्ति की health, appearance, और self-confidence पर प्रभाव रहता है। खुद की पहचान या निर्णयों में बदलाव संभव है। -
दूसरा वर्ष – धन भाव (2nd House):
इस साल धन प्राप्ति, savings, परिवार, वाणी और खाने-पीने की आदतों से जुड़े अनुभव होते हैं। -
तीसरा वर्ष – पराक्रम भाव (3rd House):
भाई-बहनों से संबंधित घटनाएं, साहस, short travels, hobbies, और communication skills पर ध्यान जाता है। -
चौथा वर्ष – सुख भाव (4th House):
घर, वाहन, माता, संपत्ति या भावनात्मक स्थिरता से संबंधित घटनाएं घटती हैं। -
पाँचवाँ वर्ष – संतान भाव (5th House):
संतान, प्रेम संबंध, शिक्षा, बुद्धि, speculative gains जैसे शेयर मार्केट से जुड़े अनुभव आते हैं। -
छठा वर्ष – रोग ऋण शत्रु भाव (6th House):
इस वर्ष health issues, debt से संबंधित समस्याएं, और विरोधियों से संघर्ष हो सकता है। -
सातवाँ वर्ष – विवाह भाव (7th House):
शादी, जीवनसाथी, partnerships और contracts से जुड़ी घटनाएं मुख्य रहती हैं। -
आठवाँ वर्ष – आयु/गुप्त भाव (8th House):
अचानक घटनाएं, रिसर्च, मानसिक तनाव, विरासत, और transformation अनुभव हो सकता है। -
नौवाँ वर्ष – भाग्य भाव (9th House):
इस साल भाग्य में उन्नति, धर्म, विदेश यात्रा, higher education या गुरु से संपर्क का योग बनता है। -
दसवाँ वर्ष – कर्म भाव (10th House):
करियर, समाज में स्थिति, नाम-प्रतिष्ठा, promotions या नौकरी बदलने के योग बन सकते हैं। -
ग्यारहवाँ वर्ष – लाभ भाव (11th House):
इस साल आय में वृद्धि, इच्छाओं की पूर्ति, नेटवर्किंग और मित्रों से लाभ हो सकता है। -
बारहवाँ वर्ष – व्यय भाव (12th House):
खर्च, विदेश यात्रा, hospital, isolation या आध्यात्मिकता की ओर रुझान बढ़ता है।
भृगु चक्र पद्धति का उपयोग कैसे करें?
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जन्म कुंडली में चंद्रमा को लग्न मानें।
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हर वर्ष एक-एक भाव आगे बढ़ाएं।
उदाहरण:- जन्म वर्ष = चंद्रमा (1st house)
- 2nd year = 2nd house from Moon
- 3rd year = 3rd house from Moon … ऐसे 12 वर्ष तक
- फिर 13वां वर्ष = फिर से चंद्रमा से 1st house
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उस भाव में स्थित ग्रहों और दृष्टियों को भी शामिल करें।
निष्कर्ष:
भृगु चक्र पद्धति एक simple yet powerful technique है जो हर साल के अनुभवों को समझने में मदद करती है। यदि आप इसे सही ढंग से सीखें, तो बिना दशा सिस्टम के भी एक strong prediction मिल सकता है।