नक्षत्र का शेर बनने का क्या फायदा जब पड़ोसन को कुत्ते पसंद होंको

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नक्षत्र का शेर बनने का क्या फायदा   जब पड़ोसन को कुत्ते पसंद हों तो 

आपका जो जंन्म नक्षत्र हो उसी समंबधीत  पेड़ ,पशू ,पक्षी को पालो या सेवा करें #Wear Naxtra Color and #Gems for success in life


परमात्मा ने प्रकृति का निर्माण किया  जब समान भावना से मनुष्य, पशु-पक्षी, पर्यावरण का मैच किया था इन सभी जिव जंतूओ  प्राणीयो का जीवनचक्र एक-दूसरे से जुड़ा हुआ बना कर सभी को एक-दूसरे पर निर्भर कर दिया था  यही कारण है कि मनुष्य के कर्मों उसकी  की गतिविधियों के अनुसार प्रकृति अपनी प्रतिक्रिया देती है  परिणाम देती है और प्रकृति  के रैसपोंड अनुसार पशु-पक्षी अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं। एक दुसरे की भावनाओं कमियों को दूर करने में मदद करते हैं ओर कुछ शुभ अशुभ का संकेत ये पशू पक्षी  पहले ही दे देते है


ज्योतिष के अनुसार ग्रह-नक्षत्रों के साथ विभिन्न प्रकार के प्राणी पेड़ पशू पक्षी से सम्बद्ध  होता है। 

उदाहरण के तौर पर किसी के लिए कुत्ता पालना शुभ हो सकता है, लेकिन किसी के लिए यह नुकसानदायक हो सकता है। आज मैं बताता हूं की यदी आप अपने या अपने बच्चों के नक्षत्र अनुसार घर में पेड़ पोधा या पशू पक्षी पालेंगे तो  आपको खुब प्रृगति उन्नति तो होगी आप मन से भी प्रसन्नता महसूस करेंगे जब इनके साथ खैलेगे या जीवन व्यतीत करेंगे तो 

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जैसा। की आप जानते होगे कि  हमारे बृमंहाड में 27 नक्षत्र और नौ ग्रह है हर एक गृह का तिन नक्षत्रों पर अधिकार होता है आईये हम  एक एक गृह ओर उसके नक्षत्र से संबंधित रिलेटिव में बात करेंगे। 


यदि आप अपना नक्षत्र जानते हैं, तो आप नीचे दीये ग्रे विवरण  से  व उससे जुड़े जानवर पेड़ पशू पक्षी आप से सम्बंधित है।


पहला नक्षत्र है1. अश्विनी नक्षत्र  यह केतु का नक्षत्र है 


केतू के तिन नक्षत्र है जिनमें अश्विनी पलहा, मघा दसवां   ओर मुल 19th नमंबर है।


अश्विनी नक्षत्र  की पशु / योनि:  एक घोड़ा है।


अश्विनी का पेड़ कुचला है


केतू का दुसरा नक्षत्र  मघा है  इसकी पशु योनि  चुहा  जो की गणेश महाराज की सवारी है

केतू को शांत करने के लिए चुहों की सेवा करनी है


मघा नक्षत्र का   पेड़ - बड़ है  बड़ का पेड़ बहुत ही स्वस्थ होता है इसकी बरबंटी खाने से नपुंसकता भी दूर हो जाती है


 

केतु के जीव-जंतु, काले, भूरे रंग के पशु-पक्षी पर केतु का प्रभाव रहता है।


केतु का तिसरा नक्षत्र है 19. मूल नक्षत्र पशु / मूल नक्षत्र योनि : पशु एक नर कुत्ता है।


मूल नक्षत्र का पेड़- साल है


इस तरह आप अपने जन्म नक्षत्र को अपने फेवर में कर सकते हैं।  धन वृद्धि स्वस्थ और मन कि प्रसन्नता पा सकते हैं।


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